Breaking
घरों पर पथराव, मजहबी नारेबाजी; जानें कैसे नागपुर में भड़की हिंसाहर्षोल्लास से मनाई गई होली, जुमे की नमाज भी शांति से की गई अदाहिमाचल प्रदेश: बिलासपुर में होली के दौरान कांग्रेस नेता के घर पर फायरिंग, हुए घायलभारत ने तीसरी बार चैंपिंयस ट्रॉफी किया अपने नामविधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना स्वच्छता और अनुशासन को लेकर सख़्त नाराज़प्रयागराज से निकली यात्रा का 3 मार्च को लखनऊ,में जोरदार स्वागतट्रम्प और जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में बहस, जाने उसके बाद जेलेंस्की ने क्या बोलाछात्रों को उद्देश्यपूर्ण एवं सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करने में सी.एम.एस. अग्रणी है – जिलाधिकारी, लखनऊदिल्ली की अदालत ने लालू यादव, तेज प्रताप और हेमा यादव को जमीन के बदले नौकरी ‘घोटाले’ मामले को लेकर किया तलबयूपी बजट 2025 युवाओं, उद्यमियों और महिलाओं पर केंद्रित: योगी
उत्तर प्रदेश

पूर्व मंत्री बशीर चढ़े पुलिस के हत्थे

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार में मंत्री रहे हैं. ताजगंज की निवासी नगमा ने पूर्व मंत्री चौधरी बशीर के खिलाफ 31 जुलाई को मंटोला थाने में तीन तलाक का मुकदमा दर्ज कराया था. चौधरी बशीर के खिलाफ मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम 2019 की धारा 3 धारा 4 और आई पी सी की धारा 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.

गमा के मुताबिक, उनका निकाह 11 नवंबर 2012 को चौधरी बशीर से हुआ था, उनके दो बेटे हैं. आरोप था कि बशीर उनका मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न कर रहे हैं. नगमा ने बताया कि इसके खिलाफ वह तीन साल से मायके में रहकर कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं.

 

छठा निकाह कर रहे थे चौधरी बशीर!

 

पीड़ित महिला के मुताबिक, 23 जुलाई को उन्हें चौधरी बशीर के छठा निकाह करने की जानकारी मिली और जब वह ससुराल गईं तो पूर्व मंत्री ने उसके साथ गाली-गलौज की और तीन तलाक देकर घर से भगा दिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पूर्व मंत्री फरार थे और पुलिस उनकी तलाश कर रही थी. उनकी तरफ से सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई थी, जिसे अपर जिला जज सुधीर कुमार ने खारिज कर दिया था.

Related Articles

Back to top button