नई टिहरी। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे फकोट के पास क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का काम शनिवार से शुरू कर दिया गया। बीआरओ अब पहाड़ी की तरफ कटिंग कर वाहनों के आने-जाने लायक सड़क बनाने की तैयारी कर रहा है। भारी बारिश के चलते बीती गुरुवार रात गंगोत्री हाईवे भिन्नू गदेरे में 40 मीटर तक बह गया था। इससे गंगोत्री हाइवे पर यातायात पूरी तरह ठप है। शनिवार को बीआरओ ने सड़क की मरम्मत शुरू कर दी।
पहले दिन जेसीबी की मदद से सड़क पर आया मलबा हटाया गया। एसडीएम नरेंद्रनगर युक्ता मिश्र ने बताया कि बीआरओ अब पहाड़ी की तरफ से कटिंग कर रहा है। कुछ प्लेटफार्म भी सड़क को सपोर्ट देने के लिए बनाए जाएंगे, जिसके बाद उम्मीद है कि जल्द ही सड़क पर वाहनों का संचालन शुरू हो सकेगा। वहीं ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी में भी भारी चट्टानें सड़क पर आई है, जिन्हें हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
फकोट में सड़क ध्वस्त होने से उफनते नाले को पार करने में असमर्थ वृद्धा को पीठ पर बैठाकर रास्ता पार कराने वाले पुलिस जवान शांति प्रकाश डिमरी को एसएसपी तृप्ति भट्ट ने शनिवार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। बीती शुक्रवार को ऋषिकेश से दवा लेकर घर लौट रही एक 80 वर्षीय वृद्धा आगराखाल-फकोट के पास भिन्नू गदेरे में सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण बीच रास्ते फंस गई थी। वहां ड्यूटी पर मौजूद मुख्य आरक्षी शांति प्रकाश डिमरी ने वृद्धा को पीठ पर बैठाकर उफनते गदेरे के ऊपर पहाड़ी के रास्ते से मार्ग पार कराया, जबकि शांति प्रकाश डिमरी स्वयं हृदय रोग से पीड़ित हैं। उनकी सराहनीय सेवा के बाद शनिवार को एसएसपी तृप्ति भट्ट ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
टिहरी में बीते दिन हुई बारिश से 12 ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं। इसके कारण ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। सड़कें बंद होने से क्षेत्र में खाद्यान्न सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति समय पर नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं। बारिश के चलते जिले की गहड़-पल्यापाटल, नरेंद्रनगर-नीर, गुल्लर-नाई मिंडात, घुत्तू-गंगी, घुत्तू-गवाणा, हिंडोलाखाल-सोनी, भैंसर्क, हिंडोलाखाल-शिवपुरी, रामपुर-श्यामपुर, गजा-तमियार, विनयखाल-गेंवाली व नवागांव-कस्तल ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। मोटर मार्ग बंद होने के कारण ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हो गया है।
कुछ मोटर मार्ग ऐसे हैं, जिन्हें बंद हुए एक माह से भी अधिक समय हो गया है। इसके कारण ग्रामीणों को छह से चार किमी पैदल दूरी नापनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी क्षेत्रों में खाद्यान्न सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने में हो रही है। खाद्यान्न की समय पर आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बारिश से जिले में कहीं से नुकसान की सूचना नहीं है।